UPI Scam:-भारत में डिजिटल पेमेंट के रूप में आप सभी ने यूपीआई का उपयोग जरूर लिया होगा , लेकिन कही भार हमारे साथ यूपीआई स्कैम के शिकार हो जाते है जिससे हम अपने पैसे खो देता है लेकिन आप सभी यह चीज करके बच सकती है जाने।

UPI Scam:-UPI यानी Unified Payments Interface ने भारत में डिजिटल पेमेंट्स को एक नया आयाम दिया है। इसके जरिए लोग केवल अपने मोबाइल फोन से तुरंत पैसे भेज सकते हैं, वो भी बिना किसी परेशानी के। चाहे बड़े मॉल्स में शॉपिंग हो या फिर सड़क किनारे की छोटी दुकानें, UPI हर जगह पेमेंट का सबसे लोकप्रिय और सुविधाजनक माध्यम बन चुका है।
लेकिन, जहाँ एक तरफ UPI ने पेमेंट्स को सरल और सुलभ बनाया है, वहीं दूसरी तरफ धोखेबाज इसका गलत फायदा उठाकर लोगों को ठगने लगे हैं। UPI स्कैम्स में धोखेबाज विभिन्न तरीकों से लोगों की संवेदनशील जानकारी जैसे बैंक अकाउंट डिटेल्स, UPI पिन, OTP आदि हासिल कर लेते हैं। इसके बाद वे पीड़ित के बैंक खाते से पैसे निकाल लेते हैं।
आइए जानते हैं कि UPI स्कैम्स को कैसे पहचाना जा सकता है और इससे कैसे बचा जा सकता है।
1. लकी ड्रा जीतने का झांसा
धोखेबाज आपको कॉल करके बताते हैं कि आप किसी लकी ड्रा में विजेता बने हैं और आपको हजारों रुपये का इनाम मिलेगा। इनाम प्राप्त करने के लिए आपको अपने UPI पिन या बैंक डिटेल्स देने के लिए कहा जाता है। अगर आप ये जानकारी साझा कर देते हैं, तो धोखेबाज आपके खाते से तुरंत पैसे निकाल लेते हैं। ध्यान रखें, किसी भी तरह के इनाम या लॉटरी में UPI पिन की आवश्यकता नहीं होती।
2. गलत पैसे भेजने का स्कैम
इस स्कैम में आपको एक मैसेज आता है जिसमें बताया जाता है कि आपके खाते में बड़ी राशि जमा हो गई है। इसके बाद आपको कॉल किया जाता है और कहा जाता है कि गलती से पैसे आपके खाते में भेजे गए हैं। फिर आपको वो पैसे वापस भेजने के लिए कहा जाता है। यह एक झांसा हो सकता है। ऐसी स्थिति में सबसे पहले अपने बैंक खाते को चेक करें कि वाकई में पैसे आए हैं या नहीं। बिना पुष्टि किए कोई भी कदम न उठाएं।
3. नकली UPI ऐप्स का धोखा
धोखेबाज नकली UPI ऐप्स बनाकर लोगों को फंसाते हैं। ये नकली ऐप्स देखने में असली UPI ऐप्स की तरह ही लगते हैं। इसमें QR कोड स्कैन करके पेमेंट का भ्रम पैदा किया जाता है। लेकिन असल में कोई पैसा ट्रांसफर नहीं होता। इस स्कैम से बचने के लिए हमेशा भरोसेमंद और आधिकारिक ऐप्स का ही इस्तेमाल करें। पेमेंट होने के बाद अपने बैंक खाते को चेक करें कि पैसे सही से ट्रांसफर हुए हैं या नहीं।
4. फेक कस्टमर केयर कॉल्स
कई बार धोखेबाज खुद को बैंक या किसी पेमेंट ऐप का कस्टमर केयर प्रतिनिधि बताकर कॉल करते हैं। वे आपको बताते हैं कि आपके अकाउंट में कुछ तकनीकी समस्या आ गई है या फिर आपको कोई नया ऑफर देना है। इसके लिए वे आपसे आपकी UPI पिन या बैंक डिटेल्स मांगते हैं। ध्यान रखें कि कोई भी बैंक या पेमेंट ऐप कभी भी कॉल करके आपकी व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगते हैं। ऐसी किसी भी कॉल पर विश्वास न करें और तुरंत उसे काट दें।
5. UPI पेमेंट करते समय सावधानियां
जब भी आप UPI के माध्यम से पेमेंट करें, तो कुछ बातें ध्यान में रखें:
- हमेशा चेक करें कि आप सही व्यक्ति को पेमेंट कर रहे हैं।
- UPI पिन, OTP या बैंक डिटेल्स किसी से साझा न करें, चाहे वह व्यक्ति कितना भी भरोसेमंद क्यों न लगे।
- नियमित रूप से अपने बैंक स्टेटमेंट्स और UPI ट्रांजेक्शन हिस्ट्री चेक करते रहें।
UPI स्कैम से बचने के उपाय
- UPI पिन को गोपनीय रखें: कभी भी UPI पिन, OTP, या बैंक से जुड़ी जानकारी किसी के साथ साझा न करें।
- ऑफिशियल ऐप्स का ही इस्तेमाल करें: Google Play Store या Apple App Store से ही UPI ऐप्स डाउनलोड करें।
- संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें: कभी भी अनजान स्रोत से आए हुए लिंक पर क्लिक न करें। ये लिंक आपको धोखेबाज वेबसाइट्स या नकली ऐप्स पर ले जा सकते हैं।
- सुरक्षा सवालों का ध्यान रखें: UPI ट्रांजेक्शन करते समय हमेशा ध्यान रखें कि कोई भी आपको कॉल करके या मैसेज के जरिए व्यक्तिगत जानकारी मांगने का प्रयास कर रहा हो, तो वह संभावित रूप से धोखेबाज हो सकता है।
- सभी ट्रांजेक्शन की पुष्टि करें: कोई भी पेमेंट करने के बाद यह सुनिश्चित करें कि ट्रांजेक्शन पूरा हुआ है। आपके बैंक खाते में से पैसे कटने के बाद भी यह जांच लें कि वह सही व्यक्ति को मिले हैं।
UPI ने डिजिटल पेमेंट्स को बेहद आसान और सुविधाजनक बनाया है, लेकिन इसके साथ ही आपको सावधानी भी बरतनी होगी। धोखेबाजों से बचने के लिए सतर्कता बहुत जरूरी है। अगर आप ऊपर बताए गए सुझावों का पालन करेंगे, तो आप UPI स्कैम से सुरक्षित रह सकते हैं और बिना किसी चिंता के डिजिटल पेमेंट्स का लाभ उठा सकते हैं।