बचपन में ही जबरन उसकी शादी कर दी गई, लेकिन जब वह बड़ी हुई, तो उसने उस रिश्ते को मानने से इनकार कर दिया। करिश्मा ने अपना जीवन साथी खुद चुना। जाने इसके बारे में ? 

Ajmer News:-यह कहानी सिर्फ दो लोगों की नहीं है, बल्कि समाज की सोच और उसकी क्रूर सच्चाई की भी है। यह दास्तां है एक ऐसी लड़की की, जिसने अपने जीवन को अपने तरीके से जीने की हिम्मत दिखाई — लेकिन समाज ने उसे इसकी सज़ा दी… उसके प्यार को खत्म कर दिया।
🌸 बचपन की शादी, लेकिन दिल से नामंजूर
करिश्मा नाम की ये लड़की राजस्थान की रहने वाली है। बचपन में ही उसका विवाह कर दिया गया था। लेकिन जब वह थोड़ी बड़ी हुई और उसे चीज़ों की समझ आने लगी, तो उसने साफ कहा – “मुझे ये शादी मंज़ूर नहीं है।”
इसलिए उसका गौना नहीं हुआ। यानि, वह अपने पति के घर नहीं गई और उस रिश्ते को कभी अपना नहीं माना।
💕 फिर मिला सच्चा प्यार
समय बीता, करिश्मा बड़ी हुई। पढ़ाई के सिलसिले में वह जायल में रहने लगी। वहीं उसकी मुलाकात हुई सहदेव से – एक पढ़ने-लिखने वाला लड़का, जो उसे समझता था, सम्मान देता था और उसके फैसलों की कद्र करता था।
धीरे-धीरे दोनों एक-दूसरे के करीब आए। चार साल पहले ही सहदेव ने करिश्मा से शादी का वादा कर लिया था। हाल ही में दोनों ने कोर्ट मैरिज कर ली और साथ रहना शुरू कर दिया।
सहदेव की पहले शादी हो चुकी थी लेकिन तलाक भी हो चुका था। वहीं करिश्मा का भी कानूनी तलाक नहीं हुआ था, लेकिन उसका पूर्व पति दूसरी शादी कर चुका था। यानी दोनों एक नई ज़िंदगी की शुरुआत कर चुके थे — कानूनी और सामाजिक रूप से।
🔥 प्यार की मिली सज़ा: अपहरण और हत्या
करिश्मा और सहदेव की शादी की बात जैसे ही करिश्मा के परिवार को पता चली, उनके अंदर गुस्सा और झूठी ‘इज्ज़त’ की भावना जाग गई।
13 जून को सहदेव अजमेर अपने दोस्त के साथ परीक्षा देने आया था। वहीं से उसका अपहरण कर लिया गया। कुछ दिन बाद, उसकी जली हुई लाश एक खेत में मिली।
पुलिस की जांच में सामने आया कि करिश्मा के परिजनों ने ही मिलकर यह खौफनाक साजिश रची। पहले सहदेव को बेरहमी से पीटा गया और फिर मारकर उसकी लाश को जला दिया गया, ताकि कोई पहचान न सके।
👮♀️ पुलिस कार्रवाई: दो आरोपी गिरफ्तार, कई फरार
अजमेर के सिविल लाइन थाना प्रभारी शंभू सिंह ने जानकारी दी कि इस हत्या में करिश्मा के परिवार के छह से ज्यादा लोग शामिल थे।
अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है:
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कीनाराम – करिश्मा का ताऊ
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ओमप्रकाश – कीनाराम का बेटा
पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश किया है और रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।
बाकी आरोपी, जैसे करिश्मा के पिता, चाचा, बड़े पापा और एक महिला रिश्तेदार अब भी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।
🥺 करिश्मा का दर्द: ‘मेरा परिवार अब सिर्फ सहदेव का परिवार है’
आज करिश्मा अकेली है, लेकिन उसने हार नहीं मानी। वह अब सहदेव के घर पर ही रह रही है, और उसका साफ कहना है –
“मुझे पालने वालों ने मेरे प्यार को खत्म किया। अब मेरा परिवार सिर्फ वही है जिसने मेरे प्यार को अपनाया।“
करिश्मा की मांग है कि सहदेव के हत्यारों को फांसी की सज़ा दी जाए। उसने कहा कि वह आखिरी सांस तक अपने पति के लिए न्याय की लड़ाई लड़ेगी।
📢 यह मामला बना जनचर्चा का विषय
यह ऑनर किलिंग का मामला अजमेर और नागौर में चर्चा का विषय बन चुका है। लोग हैरान हैं कि आज के समय में भी किसी लड़की को अपनी मर्ज़ी से जीवन साथी चुनने की सज़ा मौत हो सकती है।
करिश्मा और सहदेव की कहानी सिर्फ एक दुखद प्रेम कहानी नहीं है। यह एक कठोर सवाल है हमारे समाज से – क्या आज भी लड़की की इच्छा, उसका प्यार, उसकी आज़ादी कोई मायने नहीं रखती?
जिस समाज में बेटी को देवी का रूप माना जाता है, उसी समाज में अगर बेटी अपने दिल की सुने, तो उसका अंत आग में जलाकर किया जाता है?
इस केस से सिर्फ पुलिस या कोर्ट को नहीं, हम सबको जागना होगा।