Delhi chunaav 2025:-दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों (Delhi Assembly Election 2025) से पहले इंडिया गठबंधन (India Alliance) के दो प्रमुख दलों, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP), के बीच तकरार और गहरा गई है। जाने पूरी खबर ? 

Delhi chunaav 2025:-दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के करीब आते ही इंडिया गठबंधन (India Alliance) के दो बड़े दल, आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के बीच रिश्ते बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को गठबंधन से बाहर करने की मांग की है, जिससे इस राजनीतिक गुट की एकता पर सवाल खड़े हो गए हैं।
आप की प्रेस कॉन्फ्रेंस
गुरुवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी (CM Atishi) और आप नेता संजय सिंह (Sanjay Singh) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। इसमें उन्होंने कांग्रेस नेता अजय माकन पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस ऐसा नहीं करती है, तो आम आदमी पार्टी अन्य गठबंधन दलों से बात कर कांग्रेस को इंडिया गठबंधन से बाहर करने का प्रयास करेगी।
कांग्रेस पर बीजेपी के साथ सांठगांठ
सीएम आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि कांग्रेस उम्मीदवारों को बीजेपी से चुनावी फंडिंग मिल रही है। उन्होंने कहा कि उनके पास विश्वसनीय जानकारी है कि कांग्रेस के कुछ नेता, जैसे संदीप दीक्षित, बीजेपी से आर्थिक सहायता ले रहे हैं। आतिशी ने आगे आरोप लगाया कि कांग्रेस ने बीजेपी के साथ मिलकर दिल्ली में आप पार्टी को हराने और बीजेपी को जिताने के लिए एक गुप्त समझौता किया है।
अजय माकन के बयान
इस विवाद के केंद्र में कांग्रेस नेता अजय माकन का बयान भी है। उन्होंने आप संयोजक अरविंद केजरीवाल को “देश का फ्रॉड किंग” करार दिया। माकन ने कहा कि केजरीवाल पर भरोसा करना मुश्किल है और लोकसभा चुनाव में आप के साथ गठबंधन करना कांग्रेस की गलती थी।
इंडिया गठबंधन
इस विवाद के बीच, इंडिया गठबंधन के नेतृत्व को लेकर भी चर्चाएं तेज हो गई हैं। हाल ही में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गठबंधन के नेतृत्व की जिम्मेदारी लेने की इच्छा जताई थी। उनके इस बयान को सपा नेता अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल, और लालू प्रसाद यादव सहित कई नेताओं का समर्थन मिला था।
दिल्ली में गठबंधन
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने अपने-अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। आप ने सभी 70 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है, जबकि कांग्रेस ने अब तक 47 उम्मीदवारों की सूची जारी की है। लोकसभा चुनाव 2024 में जहां दोनों दल गठबंधन में थे, वहीं विधानसभा चुनाव में दोनों अलग-अलग लड़ रहे हैं।
हरियाणा और महाराष्ट्र
दिल्ली के अलावा हरियाणा और महाराष्ट्र में भी कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन की कोशिशें असफल रही थीं। हरियाणा में सीटों के बंटवारे पर सहमति नहीं बन पाई, जबकि महाराष्ट्र में कांग्रेस के प्रदर्शन के बाद गठबंधन की संभावनाएं खत्म हो गईं।
राजनीतिक
यह विवाद इंडिया गठबंधन की एकता और आगामी चुनावी रणनीति पर बड़ा असर डाल सकता है। आप और कांग्रेस के बीच बढ़ती खटास दिल्ली में बीजेपी के लिए संभावित फायदे की स्थिति पैदा कर सकती है। अब यह देखना होगा कि गठबंधन के अन्य दल इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाते हैं और यह विवाद कितनी दूर तक जाता है।