आजकल स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन चुके हैं। लेकिन हर किसी के लिए एक महंगा स्मार्टफोन खरीदना तुरंत मुमकिन नहीं होता। जाने डिटेल्स ? 

EMI phone:-आजकल स्मार्टफोन सिर्फ एक गैजेट नहीं, बल्कि हमारी ज़रूरत बन चुका है। लेकिन हर किसी के लिए एक बार में 20-30 हजार या उससे ज्यादा का फोन खरीदना आसान नहीं होता। ऐसे में लोग EMI (यानी हर महीने थोड़ी-थोड़ी किस्तों में भुगतान) का रास्ता चुनते हैं। ये तरीका कई बार आसान और किफायती भी साबित होता है – आप फोन अभी ले लेते हैं और धीरे-धीरे पैसे चुका देते हैं।
लेकिन EMI का ये रास्ता जितना आसान दिखता है, उतना हमेशा फायदेमंद नहीं होता। कई बार लोग बिना पूरी जानकारी के जल्दी में EMI पर फोन खरीद लेते हैं और बाद में पछताते हैं – क्योंकि वो सस्ते के चक्कर में फोन को महंगे दाम में खरीद लेते हैं।
तो अगर आप भी EMI पर फोन खरीदने की सोच रहे हैं, तो कुछ ज़रूरी बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
1. EMI का मतलब सस्ता नहीं होता – पूरा खर्च समझें
जब आप किसी फोन को EMI पर खरीदते हैं, तो कई बार आपको उस पर ब्याज (interest) और प्रोसेसिंग फीस भी देनी पड़ती है। मतलब अगर फोन की असली कीमत ₹20,000 है, तो EMI में आप ₹24,000 या उससे भी ज्यादा चुका सकते हैं।
इसलिए EMI पर फोन खरीदने से पहले ये जरूर जानें कि फोन की कुल कीमत ब्याज और फीस मिलाकर कितनी पड़ेगी। तभी फैसला लें।
2. सिर्फ किस्त देख कर खुश मत होइए – अपना बजट देखें
अकसर लोग सिर्फ ये देखकर खुश हो जाते हैं कि “हर महीने सिर्फ ₹1,500 देने हैं” और फोन ले लेते हैं। लेकिन सोचिए कि ये ₹1,500 अगले 18-24 महीनों तक हर महीने देने होंगे। और अगर इस बीच कोई और जरूरी खर्च आ गया तो?
इसलिए EMI लेने से पहले ये सोचें कि आपका मासिक बजट क्या है, और EMI उसमें आराम से फिट होती है या नहीं। वरना बाद में फाइनेंशियल तनाव हो सकता है।
3. बारीक अक्षर पढ़ना बहुत जरूरी है – वरना फंस सकते हैं
EMI के लिए जब आप लोन लेते हैं, तो एक लोन एग्रीमेंट (loan agreement) होता है जिसमें सारी शर्तें लिखी होती हैं – ब्याज कितना है, किस्त समय पर न देने पर क्या जुर्माना लगेगा, लोन जल्दी चुकाने पर कोई चार्ज है या नहीं आदि।
अकसर लोग इन्हें ध्यान से नहीं पढ़ते और बाद में कुछ छिपी हुई शर्तें सामने आती हैं जो भारी पड़ जाती हैं। इसलिए हर लाइन, हर शर्त ध्यान से पढ़ें।
4. कम EMI के चक्कर में लंबी अवधि लेना नुकसानदायक हो सकता है
कई लोग सोचते हैं – EMI कम हो जाए, तो चलो 24 महीने की जगह 36 महीने में लोन ले लेते हैं। इससे हर महीने कम देना पड़ेगा, लेकिन असल में ऐसा करने से आप बहुत ज्यादा ब्याज चुका देंगे।
उदाहरण के लिए, अगर 12 महीने में ₹2,000 EMI बनती है, तो 24 महीने में ₹1,200 हो सकती है – लेकिन कुल रकम ₹24,000 की जगह ₹28,800 हो जाएगी।
समय जितना लंबा, ब्याज उतना ज्यादा।
5. फोन का बीमा जरूर करवाएं – नहीं तो डबल झटका लगेगा
मान लीजिए आपने फोन EMI पर खरीदा और कुछ महीने बाद फोन चोरी हो गया या गिरकर टूट गया। अब दिक्कत ये है कि फोन तो गया, लेकिन EMI तो फिर भी हर महीने देनी होगी। यानी नुकसान ही नुकसान।
इसलिए EMI पर फोन लेते समय कोशिश करें कि फोन का इंश्योरेंस (बीमा) भी ले लें – ताकि ऐसी स्थिति में बीमा कंपनी आपकी मदद कर सके।
6. सिर्फ एक ही वेबसाइट पर भरोसा न करें – डील्स की तुलना जरूर करें
अकसर लोग एक ही साइट जैसे Amazon या Flipkart पर EMI देख कर फोन खरीद लेते हैं। लेकिन जरूरी नहीं कि वही डील सबसे अच्छी हो।
EMI की शर्तें, ब्याज दरें और ऑफर्स हर साइट पर अलग हो सकती हैं।
इसलिए खरीदने से पहले कम से कम 2-3 वेबसाइट्स पर डील्स जरूर चेक करें। कभी-कभी बिना ब्याज वाली EMI (No Cost EMI) या एक्सचेंज ऑफर भी मिल जाता है जो आपको काफी फायदा दे सकता है।
EMI पर फोन खरीदना आजकल आम बात है और सही तरीके से किया जाए तो यह आपके बजट के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। लेकिन जल्दबाज़ी या आधी-अधूरी जानकारी में किया गया कोई भी फैसला आपके पैसे और शांति – दोनों पर भारी पड़ सकता है।
इसलिए अगली बार जब भी EMI पर फोन खरीदें, तो ऊपर बताई गई सभी बातों का ध्यान रखें। थोड़ी सावधानी बरतेंगे, तो ना सिर्फ आपको सही डील मिलेगी बल्कि आप बेवजह के खर्च और तनाव से भी बच सकेंगे।