जिसे दुल्हन समझकर बारात लाए, उसी ने बारात लूट ली। कभी काजल बनकर गुजरात में, कभी सीमा बनकर हरियाणा में, तो कभी स्वीटी बनकर यूपी में — महज 21 साल की एक लड़की ने देशभर में दूल्हों को ऐसे ठगा कि सब हैरान रह गए। जाने इसके बारे में ? 

Haryana News:-कभी काजल बनकर गुजरात में, कभी सीमा बनकर हरियाणा में, बिहार में नेहा और यूपी में स्वीटी बनकर — 21 साल की गुलशना ने अब तक 12 से ज्यादा शादियां कर डालीं। लेकिन ये शादियां प्यार या रिश्ते के लिए नहीं थीं, बल्कि ठगी के लिए रची गई स्क्रिप्ट का हिस्सा थीं। शादी के चंद घंटों बाद ही वह दूल्हे के घर से नकदी, जेवर और दिल चुराकर गायब हो जाती थी।
हर बार वही पैटर्न — एक मासूम चेहरा, सोशल मीडिया या शादी-ब्याह की वेबसाइट पर प्रोफाइल, बातों में दूल्हे और उसके परिवार को उलझाना, फिर शादी की तैयारियां, मंडप, फेरे… और उसके कुछ घंटों बाद ही दुल्हन का गायब हो जाना। पहले तो लड़के वाले सोचते कि शायद कोई अनहोनी हो गई, लेकिन जल्द ही सच्चाई सामने आती कि ये दुल्हन असल में ‘डाकू’ थी।
गुलशना कौन है और कहां की रहने वाली है?
ये लड़की जो खुद को काजल, सीमा, स्वीटी और नेहा बताती रही — असल में जौनपुर, उत्तर प्रदेश की रहने वाली है। उसका असली नाम गुलशना है। पुलिस के रिकॉर्ड में अब वह ‘डाकू दुल्हन’ के नाम से जानी जा रही है।
गुलशना की असली शादी जौनपुर में रहने वाले रियाज नाम के एक दर्जी से हो चुकी है। लेकिन रियाज को अपनी बीवी की इस ठगी से न तो कोई दिक्कत थी, न ही शर्मिंदगी। उल्टा, हर ‘डील’ का 5% हिस्सा उसे भी मिलता था। यानी पति भी इस पूरे गैंग का हिस्सा था।
कैसे करती थी शादी और फिर लूट?
इस गिरोह का तरीका बेहद शातिर था।
-
मैट्रिमोनियल साइट्स या फेसबुक पर प्रोफाइल बनाना।
-
हर बार नया नाम, फोटो और बैकस्टोरी तैयार करना।
-
दूल्हे वालों से शादी के बदले पहले ही कुछ ‘खर्चे’ के नाम पर पैसा लेना।
-
शादी की रस्म में गिरोह के बाकी सदस्य ‘रिश्तेदार’ बनकर आना।
-
जैसे ही फेरे होते, 3-4 घंटे के अंदर दुल्हन नकदी, गहने और मोबाइल समेटकर गायब हो जाती।
गिरफ्तारी कैसे हुई?
हाल ही में हरियाणा के रोहतक के रहने वाले सोनू नाम के युवक से गुलशना ने 80,000 रुपये की डिमांड की। शादी तय हो गई, रस्में भी हो गईं। लेकिन जैसे ही शादी हुई, कुछ नकाबपोश लोग बाइक पर आए और ‘दुल्हन’ को उठाकर ले गए।
सोनू ने तुरंत यूपी पुलिस को खबर दी। पुलिस ने नाकेबंदी की और गिरोह के एक सदस्य को पकड़ लिया। उसी की निशानदेही पर गुलशना समेत बाकी आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
क्या मिला इनके पास से?
पुलिस ने इनके पास से जो सामान बरामद किया, वह खुद कहानी बयां करता है:
-
₹72,000 नकद
-
एक मोटरसाइकिल
-
सोने की मंगसूत्र
-
11 मोबाइल फोन
-
3 फर्जी आधार कार्ड
अंबेडकर नगर के एसपी केशव कुमार के मुताबिक, इस गिरोह में 5 महिलाएं और 4 पुरुष शामिल थे। इनका नेटवर्क कई राज्यों में फैला हुआ है — यूपी, बिहार, हरियाणा, गुजरात से लेकर दिल्ली तक।
गुलशना की ये ‘शादियां’ असल में धोखा थीं — एक ‘प्रोफेशनल’ जाल जिसमें प्यार की जगह प्लानिंग, रिश्ते की जगह रुपये, और विदाई की जगह वारदात होती थी। शादी सिर्फ एक ड्रामा थी, जिसका क्लाइमैक्स हमेशा चोरी और गायब होने पर खत्म होता।