मिडिल ईस्ट में अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच अब चीन ने मौके का फायदा उठाते हुए प्रशांत महासागर में अपनी सैन्य ताकत का खुलकर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। जाने इसके बारे में ?

China News:-दुनिया में एक बार फिर बड़ी हलचल शुरू हो गई है। मिडिल ईस्ट यानी मध्य पूर्व में अमेरिका और ईरान के बीच तनाव तेजी से बढ़ रहा है, और इसी मौके का फायदा अब चीन उठा रहा है – लेकिन वो कहीं और, प्रशांत महासागर (Pacific Ocean) में।
🇺🇸 अमेरिका ने अपना ध्यान मिडिल ईस्ट की ओर मोड़ा
अमेरिका ने अपने सबसे ताकतवर एयरक्राफ्ट कैरियर USS Nimitz को साउथ चाइना सी से हटाकर मिडिल ईस्ट भेज दिया है। इसका मतलब साफ है – अमेरिका अब ईरान के खिलाफ तैयारी में जुट गया है, और अगर ज़रूरत पड़ी, तो यह कैरियर इज़रायल-ईरान युद्ध में इस्तेमाल किया जा सकता है।
🇨🇳 उधर चीन ने दिखानी शुरू कर दी अपनी ताकत
इसी दौरान चीन ने मौके का फायदा उठाते हुए अपनी नेवी की ताकत प्रशांत महासागर में दिखानी शुरू कर दी है। चीन ने अपने दो बड़े और ताकतवर एयरक्राफ्ट कैरियर – Liaoning और Shandong – को एक साथ समुद्र में उतार दिया है।
जापान के रक्षा मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की है और कहा है कि ये दोनों कैरियर्स पिछले एक हफ्ते से लगातार ऑपरेशन में हैं। इनसे अब तक कुल 520 बार फाइटर जेट्स और हेलिकॉप्टर्स ने उड़ान भरी है और लैंडिंग की है।
🛩 चीन की रणनीति क्या है?
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Liaoning नाम का कैरियर जापान के पास Iwo To द्वीप के करीब है और 290 उड़ानें वहां से हो चुकी हैं।
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Shandong कैरियर Okinotori द्वीप के पास है, जहां से 230 बार उड़ान और लैंडिंग हुई हैं।
इन दोनों इलाकों की दूरी टोक्यो से 1,250 से 1,700 किलोमीटर है, जो दिखाता है कि चीन अब जापान, ताइवान और फिलीपींस जैसे देशों के बहुत करीब अपनी ताकत दिखा रहा है।
जापान के अधिकारियों ने कहा है कि चीन अब अपनी नौसेना को और मजबूत करना चाहता है, और इसलिए वह दूर-दराज के समुद्रों में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है।
⚠️ टकराव की आशंका: चीन-जापान आमने-सामने
इस बीच एक और गंभीर घटना हुई। 7 और 8 जून को Shandong से उड़ान भरने वाला एक चीनी J-15 फाइटर जेट, जापान की सेना के गश्ती विमान के बेहद करीब पहुंच गया। जापान ने इसे “खतरनाक हरकत” बताया और इसके खिलाफ चीन से औपचारिक शिकायत की है।
🧭 Liaoning ने बनाया बड़ा रिकॉर्ड
Liaoning अब इतिहास में पहली बार एक ऐसा चीनी कैरियर बन गया है, जो जापान, ताइवान और फिलीपींस को जोड़ने वाली पहली द्वीप श्रृंखला (First Island Chain) को पार करके दूसरी द्वीप श्रृंखला (Second Island Chain) तक पहुंच गया है। यह बहुत ही गंभीर रणनीतिक संकेत है – क्योंकि इसका मतलब है कि चीन अब गहरे प्रशांत महासागर तक अपनी ताकत फैला रहा है।
🔄 अमेरिका बनाम चीन: दुनिया की नई जंग?
जब अमेरिका मिडिल ईस्ट में ईरान के खिलाफ मोर्चा खोल रहा है, तब चीन पैसिफिक रीजन में अपनी हुकूमत दिखाने की कोशिश कर रहा है। अमेरिका के साउथ चाइना सी छोड़ने के बाद, अब चीन के पास मौका है कि वो और ज़्यादा आक्रामक रणनीति अपनाए।
यह पूरा घटनाक्रम साफ दिखाता है कि अब अमेरिका और चीन के बीच सिर्फ ट्रेड या टेक्नोलॉजी में नहीं, बल्कि सीधे-सीधे समुद्री ताकत और मिलिट्री डॉमिनेंस को लेकर भी मुकाबला तेज़ हो गया है।
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जापान, ताइवान और फिलीपींस अब और ज्यादा सतर्क हो गए हैं।
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अमेरिका और चीन दोनों अलग-अलग मोर्चों पर अपनी ताकत दिखा रहे हैं।
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युद्ध भले न हो, लेकिन टकराव की आशंका जरूर बढ़ गई है।