शादी को हर इंसान अपने जीवन का सबसे खूबसूरत दिन मानता है। लेकिन जब यही शादी एक धोखा बन जाए, तो वो पल ज़िंदगी भर का ज़ख्म बन जाता है। जाने इसके बारे में ? 

MP News:-यह कहानी है नान सिंह नामक युवक की, जो बड़वानी जिले का रहने वाला है। नान सिंह की शादी नहीं हो पा रही थी, जिससे उसका परिवार खासकर बड़ा भाई वेस्ता कलेश बहुत परेशान था। इसी बीच उसका भाई एक दलाल कैलाश चौहान से मिला। कैलाश ने उसे शादी के लिए एक लड़की बताई, जो उसने गुजरात में मजदूरी के दौरान देखी थी। लड़की का नाम था आसमा।
कुछ समय बाद, आदिवासी रीति-रिवाजों के अनुसार, नान सिंह और आसमा की शादी करवा दी गई। शादी पूरे धूमधाम से हुई, सारे रस्म-रिवाज़ निभाए गए। दूल्हा बेहद खुश था। लेकिन जैसे ही शादी खत्म हुई, दुल्हन और उसके परिवार वालों ने कहा कि वे कुछ सामान भूल आए हैं, और उसे लेने जा रहे हैं। दुल्हन भी उनके साथ चली गई।
दूल्हा और उसका परिवार पूरी रात इंतजार करता रहा… लेकिन सुबह जब कोई नहीं लौटा, तो सच्चाई सामने आई। आसमा और उसके साथ आए लोग गहने और नकदी लेकर फरार हो चुके थे।
👨👩👧 नकली रिश्तेदार, असली ठग – सबने मिलकर रचा था यह जाल
इस शादी में जो लोग दुल्हन के भाई, पिता और रिश्तेदार बनकर आए थे, वे असल में एक ठग गिरोह के सदस्य थे। हैरानी की बात यह है कि आसमा का असली पति रामदास ही शादी में उसका “भाई” बनकर आया था, और विदाई के समय नाटक करके रो भी रहा था।
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इलाम सिंह ने लड़की के पिता का किरदार निभाया,
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हीरालाल ने शादी के लिए अपना घर उपलब्ध कराया,
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और कैलाश चौहान ने दलाली की भूमिका निभाई।
👮♂️ पुलिस ने 5 लोगों को किया गिरफ्तार
शादी के नाम पर ठगी की शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और 5 लोगों को गिरफ्तार किया है:
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आसमा – लुटेरी दुल्हन
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रामदास – उसका असली पति, जिसने भाई का रोल निभाया
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कैलाश चौहान – दलाल
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इस्लाम सिंह बर्डे – फर्जी पिता
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हीरालाल बर्डे – जिसने घर दिया
पुलिस का कहना है कि ये लोग एक गिरोह बनाकर लोगों को शादी के नाम पर लूटते थे। उनका मकसद था कम समय में ज्यादा पैसा कमाना। आशंका है कि इस गैंग ने और भी कई लोगों के साथ इसी तरह की ठगी की है।
🧩 एक सुनियोजित प्लान – भावनाओं से खेल
यह पूरी वारदात कोई अचानक हुई घटना नहीं थी, बल्कि एक पूरी प्लानिंग के साथ की गई ठगी थी।:
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लड़की पहले से शादीशुदा थी
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उसके पति ने ही भाई बनकर भरोसा दिलाया
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शादी भी लोकल रीति-रिवाजों के अनुसार कराई गई ताकि शक न हो
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विदाई के समय भावनात्मक ड्रामा भी किया गया
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और फिर मौके मिलते ही फरार हो गए
पुलिस इस गिरोह की गहराई से जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कितने और लोग इनके शिकार बन चुके हैं। साथ ही, इस केस को एक सख्त चेतावनी की तरह देखा जा रहा है, ताकि आगे कोई और मासूम इंसान इस तरह की ठगी का शिकार न बने।
आज के समय में जब रिश्तों पर भी सवाल उठने लगे हैं, यह घटना हमें सिखाती है कि:
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शादी के मामलों में बहुत सोच-समझकर कदम उठाएं
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किसी दलाल या अनजान व्यक्ति पर आंख बंद कर भरोसा न करें
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पूरी जांच-पड़ताल करने के बाद ही रिश्ता पक्का करें
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और सबसे जरूरी, पुलिस को समय पर सूचना दें
यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि समाज के सामने एक बड़ा सवाल है – क्या अब रिश्तों में भी कोई भरोसा बचा है?