Murder Case:-आशु ने दिवाली के पहले अपने दोस्त पारुल से 3000 रुपए वापस मांगे, जो उसने कुछ समय पहले कर्ज के रूप में दिए थे। जब आशु ने पैसे वापस मांगे, तो पारुल के साथ उसकी बहस बढ़ने लगी, जाने पूरी खबर ?

Murder Case Noida:-नोएडा के सेक्टर-63 की चोटपुर कॉलोनी में घटित आशु हत्याकांड ने लोगों को चौंका दिया है। इस मामले में पुलिस ने बताया कि केवल 3000 रुपए का कर्ज और 3 थप्पड़ इस दोस्ती के टूटने और मौत का कारण बने। 25 वर्षीय युवक आशु की हत्या उसके ही दोस्त पारुल ने कर दी, जिसे पैसे वापस करने से ज्यादा अपना अपमान सहन नहीं हुआ।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
दिवाली से पहले आशु ने अपने दोस्त पारुल से 3000 रुपए वापस मांगे, जो उसने पहले कर्ज के रूप में दिए थे। लेकिन जब पैसे लौटाने की बात आई, तो दोनों के बीच बहस बढ़ गई। गुस्से में आकर आशु ने पारुल को थप्पड़ मार दिए, जिससे पारुल को अपना अपमान महसूस हुआ और उसने बदला लेने की ठान ली। इसके बाद पारुल ने अपने अन्य तीन दोस्तों – अमित पासवान, अकरम और सचिन नागर – के साथ मिलकर आशु की हत्या की साजिश रची।
हत्या
6 नवंबर को पारुल और उसके साथी, ज्ञानदीप पब्लिक स्कूल के पास आशु और उसके दोस्त विशाल का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही दोनों वहां पहुंचे, पारुल और उसके साथियों ने उन पर हमला कर दिया। चाकुओं से किए गए इस हमले में आशु को कई गंभीर घाव हुए और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। विशाल भी इस हमले में घायल हुआ और फिलहाल अस्पताल में इलाज करा रहा है।
पुलिस
घटना के बाद मृतक के पिता की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की। डीसीपी सेंट्रल शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि पुलिस ने मुख्य आरोपी पारुल और उसके साथी अमित पासवान और अकरम को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि चौथा आरोपी सचिन नागर अभी फरार है।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने पहले ही हत्या का इरादा कर लिया था और उसी के अनुसार चाकू भी खरीद लिए थे। यह बात भी सामने आई कि पारुल और अमित 8वीं तक पढ़े हैं, जबकि अकरम 12वीं पास है। हत्या के बाद आरोपी अलग-अलग जगहों पर छिप गए थे, लेकिन पुलिस ने सख्त जांच के बाद तीनों को ढूंढ़ निकाला और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
यह घटना दोस्ती और विश्वास के महत्व पर सवाल खड़े करती है। एक छोटी सी बहस और अपमान ने किस तरह एक जिंदगी को खत्म कर दिया, यह देखना दुखद है। पुलिस अब फरार आरोपी सचिन नागर की तलाश कर रही है और मामला अदालत में पेश किया जाएगा।