नागपुर में हाल ही में हुई हिंसा ने शहर में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है। सोमवार शाम को नागपुर के महल इलाके में दो गुटों के बीच झड़पें हुईं, जाने पूरा मामला ? 

Nagpur Violence:-नागपुर में हाल ही में हुई हिंसा ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया। इस हिंसा की शुरुआत कैसे हुई, इसके पीछे कौन लोग थे, और आखिरकार ये झगड़ा इतना बड़ा कैसे बन गया—ये सारे सवाल अब चर्चा में हैं। महाराष्ट्र के डिप्टी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इसे एक सोची-समझी साजिश बताया है और कहा है कि यह घटना अचानक नहीं हुई, बल्कि इसे प्लानिंग के तहत अंजाम दिया गया।
कैसे शुरू हुई हिंसा?
नागपुर के महल इलाके में सोमवार दोपहर को औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा था। प्रदर्शन के दौरान दो समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए, जिसके बाद झड़प शुरू हो गई। पुलिस ने किसी तरह स्थिति को संभाला, लेकिन शाम होते-होते इलाके में फिर से भीड़ इकट्ठा हो गई और देखते ही देखते माहौल हिंसक हो गया।
हिंसा में क्या-क्या हुआ?
- पथराव: कई जगहों पर लोगों ने एक-दूसरे पर पत्थर फेंके।
- तोड़फोड़: गाड़ियों और दुकानों को नुकसान पहुंचाया गया।
- आगजनी: कुछ जगहों पर पेट्रोल बम तक फेंके गए, जिससे यह साफ हो गया कि हिंसा पहले से प्लान की गई थी।
- पुलिस पर हमला: दंगाइयों ने पुलिस पर भी हमला किया, जिसमें चार पुलिसकर्मी घायल हो गए।
- कर्फ्यू: हालात बिगड़ते देख प्रशासन ने कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया।
एकनाथ शिंदे ने क्या कहा?
महाराष्ट्र के डिप्टी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा कि ये कोई सामान्य झड़प नहीं, बल्कि एक गहरी साजिश है। उनके मुताबिक:
- हिंसा अचानक नहीं हुई – पेट्रोल बम और बाहरी लोगों की मौजूदगी बताती है कि यह पहले से योजना बनाकर किया गया।
- एंटी-सोशल एलिमेंट्स शामिल थे – यानी ऐसे लोग जो समाज में तनाव फैलाना चाहते हैं।
- औरंगजेब का महिमामंडन नहीं होना चाहिए – उन्होंने कहा कि औरंगजेब ने महाराष्ट्र को तबाह करने की कोशिश की थी, लेकिन छत्रपति शिवाजी महाराज ने उसके खिलाफ लड़ाई लड़ी।
अब तक क्या एक्शन लिया गया?
- पुलिस ने करीब 50 लोगों को हिरासत में लिया है।
- इलाकों में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
- कर्फ्यू लगाकर माहौल को शांत करने की कोशिश की जा रही है।
- राज्य सरकार ने साफ कर दिया है कि दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
नागपुर की हिंसा दिखाती है कि छोटी-छोटी बातों को बहाना बनाकर समाज में तनाव फैलाने की कोशिश की जा रही है। सवाल यह है कि इस हिंसा के पीछे असली मकसद क्या था? क्या यह सिर्फ एक संयोग था या फिर साजिश के तहत लोगों को भड़काया गया? इसका जवाब तो जांच के बाद ही मिलेगा, लेकिन फिलहाल प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।