अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर नौ महीनों से कार्यरत नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए नासा और एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने संयुक्त प्रयास शुरू किया है। जाने पूरी खबर ? 

NASA and SpaceX:-अंतरिक्ष में जाकर लौटना हर अंतरिक्ष यात्री के मिशन का हिस्सा होता है, लेकिन जब वापसी में लंबी देरी हो जाए, तो यह एक चुनौती बन जाती है। ऐसा ही कुछ अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के साथ हुआ। दोनों को जून 2024 में सिर्फ 8 दिनों के लिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर भेजा गया था, लेकिन एक तकनीकी खराबी के कारण वह पिछले 9 महीनों से वहां फंसे हुए हैं। अब उनकी वापसी सुनिश्चित करने के लिए NASA और एलन मस्क की कंपनी SpaceX ने एक नया मिशन शुरू किया है।
कैसे फंसे ISS में?
NASA ने बोइंग के “स्टारलाइनर” अंतरिक्ष यान से सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को ISS भेजा था, लेकिन वहां पहुंचने के बाद इस यान में तकनीकी खराबियां सामने आईं। यह यान सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर लौटने में असमर्थ था, जिसके चलते दोनों अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष स्टेशन पर ही रुकने को मजबूर हो गए।
इस बीच, NASA और बोइंग ने कई बार उनकी वापसी की योजना बनाई, लेकिन हर बार कोई न कोई नई समस्या आ जाती। पहले उनकी सितंबर 2024 में वापसी होनी थी, लेकिन स्टारलाइनर बिना किसी इंसान के वापस आ गया। इसके बाद फरवरी 2025 में उनकी वापसी का प्लान बना, लेकिन उसमें भी देरी हो गई।
NASA और SpaceX ने मिलाया हाथ
अब NASA ने SpaceX के साथ मिलकर उनकी वापसी का नया मिशन शुरू किया है। इसके लिए “क्रू-10 मिशन” पर ड्रैगन अंतरिक्षयान को लेकर फाल्कन 9 रॉकेट शुक्रवार सुबह 7:03 (पूर्वी समय) पर लॉन्च किया गया। इस मिशन के तहत ISS पर नए अंतरिक्ष यात्री भेजे गए हैं, जिनमें –
- टाकुया ओनिशी (जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी – JAXA)
- किरिल पेस्कोव (रोस्कोस्मोस – रूस)
- ऐनी मैकक्लेन और निकोल एयर्स (NASA – अमेरिका)
कैसे लौटेंगे सुनीता और बुच?
अब जब नया क्रू ISS पर पहुंच जाएगा, तब NASA उन दोनों को वापस लाने की प्रक्रिया शुरू करेगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, वे क्रू-10 मिशन के कुछ दिनों बाद पृथ्वी पर लौटेंगे। हालांकि, उनकी वापसी के लिए कौन सा यान इस्तेमाल किया जाएगा, इस पर NASA जल्द फैसला लेगा।
यह घटना बताती है कि अंतरिक्ष में यात्रा करना जितना रोमांचक है, उतना ही जोखिम भरा भी है। एक छोटी सी तकनीकी समस्या भी मिशन को महीनों तक टाल सकती है। हालांकि, इस घटना से NASA और अन्य अंतरिक्ष एजेंसियों को यह सीखने का मौका मिला कि अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा के लिए बेहतर बैकअप प्लान और भरोसेमंद अंतरिक्ष यान की जरूरत है।