ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में शुक्रवार की सुबह एक हैरान कर देने वाला Scene देखने को मिला, जब एक सरकारी इंजीनियर के फ्लैट की खिड़की से अचानक 500-500 रुपये के नोटों के बंडल नीचे उड़ते हुए दिखे। जाने इसके बारे में 

Odisha News:-शुक्रवार की सुबह राजधानी भुवनेश्वर में एक अजीबो-गरीब नज़ारा देखने को मिला। शहर की एक ऊँची इमारत की खिड़की से अचानक 500-500 रुपये के नोटों के बंडल गिरने लगे। आस-पास के लोग हैरान रह गए। कुछ तो भागकर नीचे पहुंचे और झोली, थैला, दुपट्टा जो मिला उसी में नोट पकड़ने की कोशिश करने लगे। पहली नजर में लगा जैसे कोई लॉटरी निकल आई हो या ऊपर से किसी ने पैसे बांटने शुरू कर दिए हों।
लेकिन असल वजह कुछ और थी — और वो वजह थी भ्रष्टाचार।
कौन था वो जो नोट फेंक रहा था?
ये पूरा मामला जुड़ा है एक सरकारी इंजीनियर बैकुंठ नाथ सारंगी से, जो ओडिशा सरकार में जूनियर इंजीनियर के पद पर तैनात है। ओडिशा सतर्कता विभाग (Vigilance Department) को इस इंजीनियर पर लंबे समय से शक था कि उसने अवैध तरीके से संपत्ति इकट्ठा की है।
शुक्रवार को विभाग ने भारी कार्रवाई करते हुए एक साथ सात जगहों पर छापेमारी की — जिनमें अंगुल, भुवनेश्वर और पुरी के पिपिली इलाके शामिल थे।
PDN Exotica अपार्टमेंट बना “नोटों की बारिश” का गवाह
जैसे ही सतर्कता विभाग की टीम भुवनेश्वर के PDN Exotica Apartment के फ्लैट नंबर C-102 में पहुंची, तो बैकुंठ नाथ सारंगी घबरा गया। उसे समझ नहीं आया कि क्या करे। घबराहट में उसने फ्लैट की खिड़की से नोटों के बंडल फेंकना शुरू कर दिया — शायद उसे लगा कि पैसे गायब कर देने से मामला खत्म हो जाएगा।
लेकिन सतर्कता अधिकारी पहले से तैयार थे। उन्होंने नोटों को नीचे गिरने से पहले ही गवाहों की मौजूदगी में जब्त कर लिया। इस दौरान नीचे खड़े लोग नोट पकड़ने की कोशिश जरूर कर रहे थे, लेकिन कोई भी पैसा आम जनता के हाथ नहीं लग पाया।
कितने पैसे बरामद हुए?
जब सतर्कता विभाग की टीम ने नोटों की गिनती शुरू की, तो उनके भी होश उड़ गए। गिनती के लिए नोट गिनने की मशीनें मंगवानी पड़ीं, क्योंकि नकदी बहुत ज़्यादा थी।
छापेमारी में:
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अंगुल वाले घर से ₹1.1 करोड़ रुपये नकद मिले
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भुवनेश्वर के फ्लैट से ₹1 करोड़ रुपये नकद मिले
यानि कुल मिलाकर ₹2.1 करोड़ रुपये नकद बरामद किए गए।
सिर्फ नकदी नहीं, और भी बहुत कुछ मिला
इस छापेमारी में सिर्फ कैश ही नहीं, बल्कि और भी कई कीमती चीजें मिलीं:
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महंगे इलेक्ट्रॉनिक सामान और फर्नीचर
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सोने-चांदी के गहने
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जमीन और फ्लैटों से जुड़े दस्तावेज
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कई बैंक खातों और लॉकर की जानकारी
साफ है कि बैकुंठ नाथ सारंगी ने अपनी आय से कहीं ज्यादा संपत्ति जमा कर रखी थी।
टीम में कौन-कौन शामिल था?
इस बड़े ऑपरेशन में सतर्कता विभाग की एक मज़बूत टीम लगी थी:
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8 डीएसपी (Deputy Superintendent of Police)
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12 इंस्पेक्टर
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6 एएसआई (Assistant Sub-Inspector)
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और कई अन्य कर्मचारी
कार्रवाई एक विशेष न्यायाधीश की अनुमति के बाद की गई और सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया गया।
इस पूरी घटना ने एक बार फिर दिखा दिया कि भ्रष्टाचार कितना गहरा बैठा है, और कैसे कुछ सरकारी कर्मचारी अपनी सीमा पार कर जाते हैं। लेकिन ये भी साफ है कि अब ऐसे लोगों के खिलाफ सरकार की एजेंसियाँ सतर्क हो चुकी हैं।
बैकुंठ नाथ सारंगी के खिलाफ अब गहराई से जांच की जाएगी, और ये पता लगाने की कोशिश होगी कि क्या इसके पीछे कोई और अधिकारी या पूरा नेटवर्क तो नहीं जुड़ा हुआ।