भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का असर अब सोशल मीडिया पर भी दिखने लगा है। एलन मस्क की कंपनी X (पूर्व में ट्विटर) ने भारत सरकार के आदेश पर 8,000 से ज़्यादा अकाउंट्स ब्लॉक कर दिए हैं। 

X Acoount :-भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में बढ़े तनाव का असर अब सोशल मीडिया पर भी साफ दिखाई दे रहा है। एलन मस्क के मालिकाना हक वाली कंपनी X (पहले ट्विटर) ने भारत सरकार के आदेश पर बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने गुरुवार को बताया कि उसे सरकार से आधिकारिक आदेश मिला, जिसके तहत भारत में 8,000 से ज्यादा अकाउंट्स को ब्लॉक करना पड़ा।
X ने क्या कहा?
कंपनी ने अपने बयान में कहा कि उसे भारत सरकार से ऐसा आदेश मिला है कि अगर इन अकाउंट्स को ब्लॉक नहीं किया गया तो कंपनी के भारतीय कर्मचारियों पर जुर्माना या जेल की कार्रवाई भी हो सकती है। सरकार के मुताबिक, कुछ अकाउंट्स और पोस्ट्स ने स्थानीय कानूनों का उल्लंघन किया, और इससे देश की सुरक्षा और शांति पर असर पड़ सकता था।
X ने साफ किया है कि वह लिस्टेड अकाउंट्स की भारत में पहुंच को सीमित करेगी, यानी वे अकाउंट भारत में नहीं देखे जा सकेंगे, लेकिन दुनिया के बाकी हिस्सों में सक्रिय रहेंगे। हालांकि, कंपनी ने यह भी माना कि यह फैसला लेना आसान नहीं था। उसने यह भी कहा कि भारत में प्लेटफॉर्म की मौजूदगी जरूरी है ताकि लोग जानकारी तक आसानी से पहुंच सकें।
किन अकाउंट्स पर पाबंदी?
सरकारी आदेश में कुछ अंतरराष्ट्रीय मीडिया संगठनों और हाई-प्रोफाइल यूज़र्स के अकाउंट भी शामिल हैं। इन अकाउंट्स पर भारत में ग़लत जानकारी फैलाने या भड़काऊ पोस्ट करने का आरोप है, खासकर पहलगाम आतंकी हमले के बाद, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी।
यूट्यूब पर भी सरकार का बड़ा कदम
X के साथ-साथ भारत सरकार ने कई पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर भी बैन लगा दिया है। इन चैनलों पर भड़काऊ कंटेंट और अफवाहें फैलाने का आरोप है। सरकार पहले भी कई पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों को बैन कर चुकी है, लेकिन पहलगाम हमले के बाद स्थिति और गंभीर हो गई, जिससे ये फैसला लेना पड़ा।
सेलेब्स और पब्लिक फिगर्स पर भी असर
इतना ही नहीं, भारत में अब पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के इंस्टाग्राम अकाउंट की पहुंच भी सीमित कर दी गई है। इसके अलावा कई पाकिस्तानी मशहूर हस्तियों को भी भारत में ब्लॉक या ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है। इसमें अभिनेता फवाद खान, सिंगर आतिफ असलम, और क्रिकेटर बाबर आज़म, मोहम्मद रिज़वान, शाहिद अफरीदी और वसीम अकरम जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
क्यों लिया गया ये फैसला?
भारत सरकार का कहना है कि मौजूदा हालात में देश की सुरक्षा सबसे ऊपर है। सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल अगर गलत जानकारी फैलाने, दहशत फैलाने या लोगों को भड़काने के लिए किया जाए, तो उस पर कार्रवाई ज़रूरी हो जाती है। पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान की ओर से हो रहे सोशल मीडिया प्रोपेगेंडा को देखते हुए यह कदम उठाना जरूरी हो गया था।
सोशल मीडिया आज हमारे जीवन का अहम हिस्सा है, लेकिन जब उसका इस्तेमाल गलत मकसद से किया जाए, तो सरकारों को कदम उठाना ही पड़ता है। भारत सरकार ने जो निर्णय लिया है, वो देश की सुरक्षा और शांति बनाए रखने के मकसद से लिया गया है। वहीं, X और बाकी डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को भी यह संतुलन बनाना पड़ रहा है कि कैसे वो अभिव्यक्ति की आज़ादी और कानून के पालन के बीच संतुलन बनाए रखें।