राजस्थान के बांसवाड़ा ज़िले से एक ऐसी खौफनाक खबर सामने आई है जिसने मां और ममता जैसे पवित्र रिश्ते को शर्मसार कर दिया है। जाने पूरा मामला ? 

Rajasthan News:-राजस्थान के बांसवाड़ा जिले से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। यहां एक मां ने अपनी हवस और स्वार्थ के आगे ममता को कुचलते हुए अपने ही 21 महीने के मासूम बेटे की बेरहमी से गला घोंटकर हत्या कर दी। वजह सिर्फ इतनी थी कि वह तीसरी बार ‘नातरा विवाह’ करना चाहती थी और उसका नया साथी उस बच्चे को अपनाने को तैयार नहीं था।
💔 क्या है पूरा मामला?
यह दिल दहला देने वाली घटना बांसवाड़ा जिले के छापरिया गांव की है। शुक्रवार को सामने आई इस वारदात में आरोपी महिला की पहचान आशा कुमारी उर्फ आशा के रूप में हुई है। जानकारी के मुताबिक, आशा की पहली शादी करीब चार साल पहले हुई थी, लेकिन वह केवल एक साल ही अपने पहले पति के साथ रही। इसके बाद उसने एक युवक से नातरा विवाह किया (राजस्थान का एक पारंपरिक प्रथा, जिसमें बिना शादी के पति-पत्नी की तरह साथ रहते हैं)। इसी रिश्ते से उसे एक बेटा हुआ, जिसकी उम्र 21 महीने थी।
👩🍼 हवस में अंधी मां ने रची खौफनाक साजिश
कुछ समय बाद जब आशा का अपने दूसरे साथी से भी मन भर गया, तो उसने तीसरे शख्स के साथ नया रिश्ता बनाने की ठानी। लेकिन तीसरा युवक आशा के साथ तो रहना चाहता था, पर बच्चे को साथ लाने के लिए तैयार नहीं था। आशा के लिए यह बच्चा अब एक बोझ बन चुका था।
मां की ममता पर स्वार्थ और हवस इतनी हावी हो गई कि उसने मासूम आयुष की जान लेने का फैसला कर लिया। उसने अपने पिता के घर जाकर बेटे का गला घोंट दिया और फिर मौके से फरार हो गई।
🚨 24 घंटे में गिरफ्त में आई हत्यारिन मां
जब महिला के दूसरे पति दिलीप पारगी, जो सुरवानिया का निवासी है, को इस घटना की जानकारी मिली तो उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची, शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और फरार महिला की तलाश शुरू की।
सिर्फ 24 घंटे के भीतर पुलिस ने आरोपी मां आशा कुमारी को धर दबोचा। पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने साफ कहा कि ना तो वह अपने पहले दो पतियों के पास वापस जाना चाहती है, और ना ही उनके बच्चों के साथ रहना चाहती है।
🧾 पुलिस का बयान
बांसवाड़ा पुलिस का कहना है कि यह मामला महिला की मानसिक विकृति, स्वार्थ और चरित्रहीनता का जीता-जागता उदाहरण है। पुलिस अधीक्षक के अनुसार, “आरोपी मां ने न केवल एक मासूम की जान ली, बल्कि ममता को भी शर्मसार कर दिया। हमारे समाज में मां को भगवान से भी ऊपर माना जाता है, लेकिन इस घटना ने उस आस्था को भी हिला कर रख दिया है।”
इस वारदात के सामने आने के बाद छापरिया गांव समेत पूरे बांसवाड़ा जिले में शोक और आक्रोश का माहौल है। स्थानीय लोग इस बात को पचा नहीं पा रहे कि एक मां ऐसा कैसे कर सकती है। सोशल मीडिया पर भी लोग तीखी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं और आरोपी को कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं।
पुलिस ने आशा कुमारी के खिलाफ धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। आगे की जांच जारी है और जल्द ही आरोपी को कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या तीसरे शख्स ने इस हत्या के लिए महिला को उकसाया था।
यह मामला सिर्फ एक हत्या का नहीं, बल्कि समाज की उस दरार को दिखाता है जहां रिश्तों की पवित्रता और ममता की गरिमा को हवस और स्वार्थ के आगे कुचल दिया जाता है। एक मां, जो अपने बच्चे के लिए दुनिया से लड़ जाती है, वही मां अगर उसकी जान ले ले तो यह केवल एक अपराध नहीं, बल्कि इंसानियत की मौत है।