Uttar Pradesh की लड़की ने मध्य प्रदेश में मचाया तहलका, 25 दूल्हों को बनाया शिकार

उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले की रहने वाली एक युवती अनुराधा पासवान ने मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में शादी के नाम पर ठगी का ऐसा जाल बिछाया कि पुलिस भी हैरान रह गई। जाने इसके बारे में ? Uttar Pradesh

Uttar Pradesh:-उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले की रहने वाली एक लड़की, अनुराधा पासवान, इन दिनों मध्य प्रदेश सहित पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है। वजह भी चौंकाने वाली है—महज 7 महीनों में उसने 25 लोगों से शादी की और सभी को लूटकर फरार हो गई। हर शादी में उसने नकदी, गहने और मोबाइल जैसे कीमती सामान लेकर दूल्हों को ठगा। अब वह पुलिस की गिरफ्त में है और उसके खिलाफ कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है। आइए, जानते हैं इस लुटेरी दुल्हन की पूरी कहानी…

कैसे हुई शुरुआत?

अनुराधा पासवान उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले के रुद्रपुर थाना क्षेत्र के कोल्हुई बाजार की रहने वाली है। कुछ साल पहले तक वह एक सामान्य युवती थी, जो एक अस्पताल में काम करती थी। वहीं उसकी मुलाकात विशाल पासवान नामक युवक से हुई और दोनों को एक-दूसरे से प्यार हो गया।

साल 2018 में दोनों ने घरवालों की मर्जी के खिलाफ लव मैरिज कर ली। शादी के बाद दोनों तीन साल तक साथ रहे, लेकिन 2021 में किसी घरेलू विवाद के चलते वे अपने परिवार से अलग हो गए और कहीं चले गए। तब से न तो अनुराधा के मायके वालों को कुछ पता था और न ही ससुराल वालों को।

लुटेरी दुल्हन की असली पहचान तब सामने आई

हाल ही में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से अनुराधा की गिरफ्तारी हुई, जिसके बाद उसके ससुराल वालों को भी उसकी असलियत का पता चला। अनुराधा के ससुर रामभवन पासवान का कहना है कि जब से दोनों अलग हुए, तब से उनका कोई संपर्क नहीं था। अब तो उन्हें यह भी नहीं पता कि उनका बेटा विशाल जिंदा है या नहीं।

25 शादियां, एक ही मकसद – लूट!

पुलिस जांच में सामने आया कि अनुराधा ने पिछले सात महीनों में 25 लोगों से शादी की। हर बार वह नए नाम से अलग-अलग जगह जाती, शादी करती और फिर कुछ दिन पति के साथ रहकर घर का सारा कीमती सामान लेकर गायब हो जाती।

पुलिस के अनुसार, अनुराधा ने शादी को ठगी का जरिया बना लिया था। उसे अब यह काम मजेदार लगने लगा था और वह एक के बाद एक शिकार बनाती जा रही थी। हर बार वह किसी नए दलाल के जरिए नया रिश्ता तय करवाती और फिर वही कहानी दोहराती।

पहला केस कैसे खुला?

राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के मानटाउन थाने में 3 मई को पहला केस दर्ज हुआ। विष्णु शर्मा नाम के व्यक्ति ने शिकायत की कि पप्पू मीणा और सुनीता नामक दलालों ने उसे अनुराधा की फोटो दिखाई और 2 लाख रुपये लेकर शादी करवा दी। 20 अप्रैल को शादी हुई और दो दिन बाद, यानी 2 मई की रात को, अनुराधा जेवर, नकदी और मोबाइल लेकर भाग गई।

इस घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने एक विशेष टीम बनाई। जब जानकारी मिली कि अनुराधा भोपाल में है, तो एक कांस्टेबल को ग्राहक बनाकर दलालों के संपर्क में भेजा गया। जैसे ही दलालों ने फोटो दिखाई, पुलिस ने अनुराधा और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया।

एक संगठित गिरोह की साजिश

इस मामले में सिर्फ अनुराधा ही नहीं, बल्कि कई लोग शामिल थे। पुलिस ने भोपाल के रोशनी, सुनीता, रघुवीर, गोलू, मजबूत सिंह यादव समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया है। इनका काम संगठित था। दलाल लड़कों को मोबाइल पर लड़कियों की फोटो दिखाते, शादी के नाम पर 2 से 5 लाख रुपये लेते और कोर्ट मैरिज करवा देते।

फिर दुल्हन बनकर अनुराधा कुछ दिन पति के साथ रहती, और मौका मिलते ही कीमती सामान लेकर फरार हो जाती। इसके बाद गिरोह अगले शिकार की तलाश में जुट जाता।

हर बार नई पहचान, नया इलाका

मानटाउन से फरार होने के बाद अनुराधा भोपाल के पन्ना खेड़ी इलाके में रहने वाले एक युवक ‘गब्बर’ के संपर्क में आई। उसने उससे भी 2 लाख रुपये लिए और पत्नी बनकर उसके साथ रहने लगी। उसे भी यह यकीन था कि अनुराधा उसकी पत्नी है, लेकिन वह भी धोखा खा गया।

ससुर बोले – अब तक नहीं पता बेटा जिंदा है या नहीं

अनुराधा की गिरफ्तारी के बाद उसके ससुर रामभवन पासवान ने बताया कि 2018 में बेटे विशाल और अनुराधा ने घरवालों की मर्जी के खिलाफ शादी की थी और तब से वे दोनों गायब हैं। उन्होंने कहा, “हमें नहीं पता कि आज वो कहां हैं। विशाल ने कभी फोन तक नहीं किया। आज वह जिंदा भी है या नहीं, इसका भी कोई पता नहीं है। हमने भी कभी जानने की कोशिश नहीं की।”

पुलिस की सख्त कार्रवाई जारी

सवाई माधोपुर पुलिस ने अनुराधा और उसके गिरोह के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। अब तक की जांच में 25 से ज्यादा पीड़ित सामने आ चुके हैं। पुलिस का मानना है कि यह गिरोह अंतरराज्यीय स्तर पर काम करता है और ऐसे और भी मामले सामने आ सकते हैं।

अनुराधा पासवान की कहानी समाज को एक बड़ा सबक देती है कि शादी जैसे पवित्र रिश्ते का भी किस तरह से गलत इस्तेमाल किया जा सकता है। भरोसे के नाम पर लोगों से ठगी करना न सिर्फ कानूनी अपराध है, बल्कि नैतिक रूप से भी बहुत गंभीर है। पुलिस की जांच में और भी चौंकाने वाली बातें सामने आ सकती हैं।

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