Uttarkashi Mosque Dispute:-उत्तरकाशी जिले में धारा 163 लागू कर दी गई, जिसका उद्देश्य किसी भी तरह के हिंसक प्रदर्शन और लोगो की भीड़ को रोकना है। 

Uttarkashi Mosque Dispute:-उत्तरकाशी में मस्जिद के विरोध में एक समुदाय के धार्मिक संगठन द्वारा निकाली गई जनाक्रोश रैली के दौरान बवाल हो गया। पुलिस ने जब मस्जिद की ओर जाने वाली सड़क पर बैरिकेडिंग लगाई, तो प्रदर्शनकारी गुस्से में आ गए और पुलिसकर्मियों से उनकी झड़प हो गई। करीब ढाई घंटे तक हालात तनावपूर्ण बने रहे। इस बीच किसी ने पुलिस की ओर बोतल फेंकी, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश की। इससे गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इस पूरी घटना में प्रदर्शनकारियों और पुलिसकर्मियों समेत कुल 27 लोग घायल हुए।
स्थिति को संभालने के लिए प्रशासन ने गुरुवार रात को उत्तरकाशी जिले में धारा 163 लागू कर दी, जो बड़े समूह में लोगों के जुटने और रैली करने पर रोक लगाती है। इसके बाद शुक्रवार की सुबह पुलिस ने लोगों को धारा 163 की जानकारी दी और तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए अन्य जिलों से अतिरिक्त पुलिस बल मंगवाया गया।
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क्या है ताज़ा हालात?
जनाक्रोश रैली बुलाने वाले धार्मिक संगठन ने अब चार नवंबर को महापंचायत आयोजित करने का निर्णय लिया है। संगठन ने यह भी स्पष्ट किया है कि दीपावली के दौरान कोई आंदोलन नहीं होगा, और आगे की रणनीति महापंचायत में तय की जाएगी। इस निर्णय के लिए विश्वनाथ मंदिर सभागार में बैठक की गई।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह ने बताया कि इस घटना के बाद आठ लोगों के खिलाफ नामजद और 200 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
वहीं, घटना के विरोध में व्यापार मंडल ने सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखने का निर्णय लिया है। इसके तहत नगर पंचायत के दुकानों, दूध डेयरी, सब्जी विक्रेता, और मेडिकल स्टोर भी बंद रखे गए हैं। व्यापार मंडल ने दुकानदारों को चेतावनी दी है कि अगर किसी ने दुकान खोली, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। दूसरी तरफ, जनाक्रोश रैली बुलाने वाले संगठन ने कहा है कि वह बाजार बंद कराने के लिए किसी पर दबाव नहीं डालेंगे और यह व्यापारियों की अपनी मर्जी पर निर्भर होगा कि वे दुकानें बंद रखें या खोलें।
प्रशासन की कोशिशें और अपील
शहर में माहौल शांत करने के लिए प्रशासनिक अधिकारी लगातार सक्रिय हैं। एसओ दीपक कठैत ने हिंदू जागृति संगठन के लोगों से संपर्क कर उनसे शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि जिले में धारा 163 लागू है, ऐसे में कोई जुलूस या प्रदर्शन न करें।
प्रशासन की चुनौती
प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह रही कि जनाक्रोश रैली के दौरान संभावित उग्रता को भांपने में देरी हुई। रैली पहले से निर्धारित थी और इस बात की आशंका थी कि भीड़ उग्र हो सकती है। लेकिन रैली के दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को ढाई घंटे तक रोकने की कोशिश की, जिससे भीड़ का गुस्सा और बढ़ गया। इसके बाद लाठीचार्ज हुआ, जिससे स्थिति और बिगड़ गई।
प्रदर्शनकारी इस बात पर अड़े थे कि अगर उन्हें मस्जिद की ओर नहीं जाने दिया जा रहा है, तो डीएम और एसपी खुद मौके पर आएं और उनसे बात करें। हालांकि, प्रशासनिक अधिकारी उस समय वहां नहीं पहुंचे, जिससे प्रदर्शनकारियों का आक्रोश और बढ़ गया।
आगे की रणनीति
अब सबकी नजरें चार नवंबर की महापंचायत पर हैं, जहां आगे की रणनीति तय की जाएगी। फिलहाल, दीपावली के त्योहार को देखते हुए कोई प्रदर्शन नहीं होगा। प्रशासन की प्राथमिकता अब शहर में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करना है ताकि दीपावली का त्योहार बिना किसी बाधा के मनाया जा सके।